
हाल ही में सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें एक संत को दो महिलाओं के साथ आपत्तिजनक स्थिति में दिखाया गया है, और दावा किया जा रहा है कि यह संत स्वामी आनंद स्वरूप हैं। हालांकि, यह दावा पूरी तरह से गलत है।वायरल वीडियो में दो क्लिप शामिल हैं: पहली क्लिप में एक संत को दो महिलाओं के साथ आपत्तिजनक स्थिति में दिखाया गया है, जबकि दूसरी क्लिप में स्वामी आनंद स्वरूप हिंदू राष्ट्र की वकालत करते हुए नजर आ रहे हैं। इस संपादित वीडियो के माध्यम से झूठा दावा किया जा रहा है कि आपत्तिजनक स्थिति में दिख रहे संत स्वामी आनंद स्वरूप हैं।तथ्य जांच:बूम लाइव की एक रिपोर्ट के अनुसार, आपत्तिजनक स्थिति में दिख रहे संत वास्तव में श्रीलंका के एक बौद्ध भिक्षु पल्लेगामा सुमना थेरा हैं। यह घटना श्रीलंका के नवगामुवा में हुई थी, जहां थेरा को दो महिलाओं के साथ एक कमरे में अधिक समय बिताने के कारण एक भीड़ ने उन पर हमला किया था। इस घटना के संबंध में आठ व्यक्तियों को गिरफ्तार भी किया गया था।स्वामी आनंद स्वरूप हाल ही में हिंदू राष्ट्र की मांग को लेकर चर्चा में रहे हैं, लेकिन वायरल वीडियो में आपत्तिजनक स्थिति में दिख रहे व्यक्ति वे नहीं हैं। इसलिए, सोशल मीडिया पर फैलाया जा रहा यह दावा झूठा और भ्रामक है।निष्कर्ष:वायरल वीडियो में दिख रहे संत स्वामी आनंद स्वरूप नहीं हैं, बल्कि श्रीलंका के बौद्ध भिक्षु पल्लेगामा सुमना थेरा हैं। सोशल मीडिया पर फैलाए जा रहे इस प्रकार के झूठे दावों पर विश्वास करने से पहले, तथ्यों की जांच करना आवश्यक है।